लो मैं,तुम हुआ और यूँ ही महकते हुये सपनों को स्पर्श करते हुए! लो मैं,तुम हुआ और यूँ ही महकते हुये सपनों को स्पर्श करते हुए!
कविता कुछ ज्यादा ही बड़ी हो गई यार, भगवान आप सभी को दे अमन-चैन और प्यार। कविता कुछ ज्यादा ही बड़ी हो गई यार, भगवान आप सभी को दे अमन-चैन और प्यार।
हम तो हर हाल में भला ही चाहेंगे दूर रहो चाहे पास कसम से हम तो हर हाल में भला ही चाहेंगे दूर रहो चाहे पास कसम से
मेरे खवाबों के इस खवाब को हक़ीक़त बना दे ऐ मौला। दो दिलों की इस अधूरी दास्तां को मेर मेरे खवाबों के इस खवाब को हक़ीक़त बना दे ऐ मौला। दो दिलों की इस अधूरी दास्त...
देशहित में कल ये कदम अवश्य उठाना है, घर में ही रहना है, कहीं बाहर नहीं जाना है । देशहित में कल ये कदम अवश्य उठाना है, घर में ही रहना है, कहीं बाहर नहीं जाना ह...
चाय के इश्क़ को अंजाम दे बैठते हैं, चाय के इश्क़ को अंजाम दे बैठते हैं,